Wednesday, January 6, 2010

रिश्ते

रिश्ते सिरहाने की तरह होते हैं | जब आप थक जातें हैं तो उनके सहारे सो जातें हैं |उदास होतें हैं तो उन पर सर रखकर आंसू बहा देते हैं |खुश होने पर गले लगाकर झूम सकतें हैं | वैसे सपनो में तो वे आपके साथ ही होतें हैं |


ये मेरा नहीं है | कंही से बस यूंही मिल गया |

1 comment:

Anonymous said...

Indeed beautiful and so true!

 
Best Blogs of India